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रविवार, 30 जनवरी 2011

पुरुष-महिला के जिस्मानी व सामाजिक रिश्तों के बारे में है 'कामसूत्र'



अठारह सौ वर्ष पुराने ग्रंथ ‘कामसूत्र’ का पुनरीक्षित संस्करण लिखने वाले एक भारतीय विद्वान ने कहा है कि कामसूत्र पुरुष और महिला के बीच के यौन संबंधों और सामाजिक रिश्तों के बारे में है.
ए. एन डी. हक्सर ने आधुनिक जीवनशैली और संबंधों के अनुरूप कामसूत्र को नए रूप में लिखा है. उन्होंने इसे आधुनिक पुरुषों और महिलाओं को जीवनशैली की दिशा दिखाने के रूप में पेश किया है. पेंग्युइन कंपनी हक्सर की इस पुस्तक का फरवरी में प्रकाशन करेगी.
वह बताते हैं, ‘‘अगर इस किताब को ईमानदारी से पढ़ा जाए, तो आपको मालूम चलेगा कि यह पुरुषों और महिलाओं के बीच के यौन और सामाजिक संबंधों के बारे में है.’’ उन्होंने कहा कि कामसूत्र का नये तरीके से किया गया अनुवाद इस 1,800 वर्ष पुराने ग्रंथ को पाठकों की सूची में फिर से शामिल कर देगा.
मूल कामसूत्र में कोई चित्र या ग्राफिक्स नहीं हैं. उसमें सिर्फ शब्द हैं. यह ग्रंथ सिर्फ जिस्मानी रिश्तों पर केंद्रित नहीं है. ग्रंथ का बेहद कम हिस्सा संभोग के बारे में है. हक्सर ने कहा कि वात्स्यायन ने इस ग्रंथ के जरिये पूर्ण एकाग्रचित्त के साथ जीवन जीने के बारे में बताया. यह सही भी है और इसमें कोई मजाक नहीं है.

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