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शुक्रवार, 23 दिसंबर 2011

Dhoni in Austrlia


धोनी  
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का मानना है...कि अनुभव में ऑस्ट्रेलियाई टीम के सदस्यों से आगे रहने के कारण उनकी टीम को आगामी चार मैचों की टेस्ट शृंखला में फायदा मिलेगा...पहला टेस्ट मैच 26 दिसम्बर से मेलबर्न में खेला जाएगा...धोनी ने कहा...कि ऑस्ट्रेलियाई टीम को खराब लय के बावजूद हल्के में नहीं लिया जा सकता...क्योंकि उसके पास कुछ युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं...कप्तान ने कहा...कि ऑस्ट्रेलिया में शृंखला जीतने के लिए उनकी टीम को अपनी क्षमताओं के साथ न्याय करना होगा...धोनी ने कहा...की हमारे अधिकांश बल्लेबाजों ने इससे पहले ऑस्ट्रेलिया में खेला है...इसी कारण हम कंगारू टीम के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद लेकर चल रहे हैं...ऐसा नहीं है...कि विपक्षी टीम अच्छा नहीं करेगी...वह भी हमें हराने के लिए तैयारी कर रही है...वह हालांकि थोड़े खराब लय में हैं...यही कारण है...कि हमारे जीतने के अच्छे आसार हैं...धोनी ने कहा...की इसके बावजूद हमारी जीत इस बात पर निर्भर करेगी...कि हम अगले 12 दिनों में इन मुकाबलों के लिए खुद को किस तरह तैयार करते हैं...हमारे लिए ऑस्ट्रेलियाई माहौल में ढलना सबसे अधिक जरूरी है...और हम मुख्यतया इसी बात को लेकर प्रयासरत हैं..

Dhoni


धोनी विनिंग मोवेमेंट

विश्व कप क्रिकेट में अपनी बादशाहत कायम करने के बाद भारतीय टीम के 'कैप्टन कूल' महेंद्र सिंह धोनी रो पड़े थे...जीत के बाद खुशी में वो अपने आंसुओं को रोक नहीं पाए...मैदान से भावनाओं को काबू में रखते हुए ड्रेसिंग रूम पहुंचे...लेकिन वहां उनका सब्र जवाब दे गया...ड्रेसिंग रूम पहुंचने के बाद उन्होंने देखा..कि उनके दो और साथी रो रहे थे...इसके बाद तो उनसे भी नहीं रहा गया...और वो रो पड़े...फिर तो पूरी की पूरी टीम रो पड़ी...भारतीय टीम के कप्तान धोनी ने पहली बार मीडिया के सामने ये कबूला...धोनी ने कहा...की अगले विश्वकप में अभी साढ़े तीन वर्ष बाकी हैं...उन्हे पता नहीं...कि तब टीम में उनकी क्या स्थिति होगी...अगर सबकुछ सही चलता रहा...तो वर्ष 2013 के अंत में मैं देखूंगा...कि क्या मैं विश्वकप के लिए उपलब्ध रहूंगा या नहीं...30 वर्षीय धोनी तीनों क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में भारतीय टीम के कप्तान हैं...और साथ ही वह विकेटकीपर की भी भूमिका निभा रहे हैं...उन्होंने कहा...की विश्वकप के लिए आपको ऐसा विकेटकीपर चाहिए जिसने करीब 100 मैच खेले हों...इसलिए हमें इस पहलू को देखना पड़ेगा...अगर सबकुछ सही रहता है...तो वर्ष 2013 के अंत में जाकर इस पर विचार करेंगे कि क्या किया जा सकता है...हाल के वर्षों में भारत का व्यस्त कार्यक्रम रहा है...और इंडियन प्रीमियर लीग ने भारतीय टीम के खिलाड़ियों की व्यस्तता और बढ़ा दी है...यही वजह है कि अब धोनी अपनी प्राथमिकता तय कर रहे हैं...और अहम दौरों से पहले आराम ले रहे हैं...ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ एकदिवसीय शृंखला से आराम लिया था...धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने नयी ऊंचाइयां हासिल की हैं...उनकी कप्तानी में भारत ने वर्ष 2007 में ट्वेंटी-20 विश्वकप और इस वर्ष की शुरुआत में एकदिवसीय विश्वकप जीता था...साथ ही टीम पहली बार टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक पर भी पहुंची...उन्होंने आईपीएल में अपनी टीम चेन्नई सुपर किंग्स को दो बार चैंपियन बनाया...जबकि वर्ष 2010 में उनकी टीम ने चैंपियंस लीग का खिताब भी अपनी झोली में डाला...'कैप्टन कूल' के नाम से मशहूर धोनी ने हालांकि माना कि विश्वकप जीतने के बाद वह भी जोश में आ गए थे...धोनी ने कहा... की विश्वकप जीतने के बाद में जोश में आ गया था...और जोर से चिल्लाया था...लेकिन मीडिया के बाद उसकी फुटेज नहीं है...ऐसे मौकों पर अपनी भावनाओं पर काबू रखना मुश्किल हो जाता है...मैंने अपनी भावनाओं को दबा रखा था...और मैं जल्दी से जल्दी ड्रेसिंग रूम पहुंचना चाहता था...उन्होंने कहा...की जैसे ही मैं ड्रेसिंग रूम में पहुंचा...दो खिलाड़ियों ने खुशी से मुझे दबोच लिया...मैं भी जोश में आकर चिल्लाने लगा...जब मैंने ऊपर देखा...तो मेरे आसपास खिलाड़ियों का हुजूम लगा था...धोनी ने कहा...की हमारे लिए विश्वकप जीतना सबसे बड़ी उपलब्धि थी...हमने 28 वर्ष बाद जाकर विश्वकप जीता था...हम सभी विश्वकप जीतना चाहते थे...और जैसे ही हमारा यह सपना पूरा हुआ...हम अपनी भावनाओं को नहीं रोक सके...अगर आप फाइनल के बाद का प्रजेंटेशन कार्यक्रम देखेंगे तो पता चला कि टीम का हर खिलाड़ी खुशी से झूम रहा है...अपनी बल्लेबाजी शैली खासकर 'हेलीकाप्टर शॉट' के बारे में धोनी ने कहा...कि झारखंड में टेनिस बॉल से खेलते हुए उन्होंने यह शॉट लगाना सीखा था...उन्होंने कहा...की हम 16-18 गज की विकेट पर टेनिस बॉल से खेलते थे...और अधिकांश समय गेंदबाज यार्कर डालने की कोशिश करते थे...धोनी ने कहा...की ऐसी गेंदों पर छक्का मारने के लिए आपको गेंद को बल्ले के बीचोंबीच खेलने की जरूरत नहीं है...आप बल्ले के निचले हिस्से से खेलकर इसे सीमारेखा के पार पहुंच सकते हैं...अगर आपका शॉट सही है तो निश्चित रूप से गेंद छक्के के लिए जाएगी...कप्तान ने कहा...की मैंने कभी इस शॉट का अभ्यास नहीं किया... लेकिन समय गुजरने के साथ इसमें सुधार आया है...मैंने देखा...कि कई और बल्लेबाज भी इस शॉट को खेलने की कोशिश में लगे हैं... 

शुक्रवार, 16 दिसंबर 2011

India vs Australia

ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के सामने एक और मुश्किल आ खड़ी हुई है...उसके रिजर्व विकेटकीपर टिम पेन भारत के खिलाफ टेस्ट टीम में शामिल नहीं है...ऑस्ट्रेलिया को भारत के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज के दौरान अब अपने नियमित विकेटकीपर ब्रैड हैडिन के फिट रहने की दुआ करनी होगी...दरअसल, टीम के रिजर्व विकेटकीपर टिम पेन उंगली में फ्रैक्चर के कारण गर्मियों के इस पूरे सत्र में नहीं खेल पाएंगे...क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के फिजियो ट्रेनर जेम्स के मुताबिक चूंकि टिम पेन की उंगली ऑपरेशन के बाद भी ठीक नहीं हो पाई है...लिहाजा उन्‍हें अब अपनी उंगली का दूसरा ऑपरेशन करवाना पड़ेगा...इस वजह से पेन तीन से चार महीने तक क्रिकेट से दूर रहेंगे...गौरतलब है...कि टिम पेन से पहले ऑस्ट्रेलिया के ओपनर बल्लेबाज शान मार्श फिट न होने के कारण पहले टेस्ट मैच से बाहर हो चुके हैं...मार्श को पिछले महीने केपटाउन में कमर में गंभीर चोट लगी थी...वही भारत के खिलाफ सीरीज से पहले ही ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं...एक ओर टीम के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज टिम पेन चोट के कारण आगामी सीरीज से ही बाहर हो गए हैं...तो आलराउंडर शेन वाटसन ने भी गेंदबाजी करने में असमर्थता जताई है...ऑस्ट्रेलिया के बैकअप विकेटकीपर और शीर्ष क्रम के बल्लेबाज टिम पेन उंगली में लगी चोट के कारण 26 दिसंबर से शुरू हो रही चार टेस्ट मैचों की सीरीज में टीम का हिस्सा नहीं होंगे...उधर आलराउंडी शेन वाटसन ने कहा...कि वह मेलबोर्न क्रिकेट ग्राउंड में पहले टेस्ट मैच में भारत के खिलाफ बल्लेबाजी करने उतरेंगे...लेकिन हैमस्ट्रिंग चोट के कारण गेंदबाजी नहीं कर पाएंगे...न्यूजीलैंड से हार के बाद पहले ही दबाव में आ चुकी...ऑस्ट्रेलिया टीम की हालत दिनों दिन उसके चोटिल होते खिलाड़ियों ने और खराब कर दी है...ये सूची लगातार आगे हो रही है...इस सूची में एक नाम और आ गया है. वह नाम है डेविड वार्नर का...भारत के खिलाफ पहले टेस्ट से पहले वार्नर ने पीठ में खिंचाव की शिकायत करके टीम की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं...गत सप्ताह न्यूजीलैंड के खिलाफ अपनी पहली टेस्ट सेंचुरी बनाने वाले वार्नर बिग बैश ट्वंटी 20 लीग की टीम 'सिडनी थंडर' के खिलाड़ी हैं...और शुक्रवार को लीग में शामिल होने के लिए उन्हें फिटनेस टेस्ट से गुजरना होगा...वार्नर ने अखबार सिडनी मोर्निंग हेराल्ड को कहा...कि मुझे हर पांच से दस मिनट में अपने शरीर को मोड़ना पड़ रहा है...नहीं तो मेरा शरीर पूरी तरह अकड़ जाता है...हालांकि उन्होंने कहा कि वह पहले से बेहतर महसूस कर रहे हैं और अपने फिजियोथेरेपिस्ट से मिलने के बाद वह एक बार फिर टीम में शामिल होकर बढ़िया प्रदर्शन करेंगे।

इस बीच युवा तेज गेंदबाज जेम्स पेटिंनसन और पीटर सिडल को हल्की फुल्की चोंटे आई हैं जिनका भारत के खिलाफ 26 दिसंबर से पहले टेस्टसे पूर्व उपचार किया जा रहा है। टीम के कोच मिकी आर्थर ने कहा है कि दोनों गेंदबाज भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैंच में जरूर खेलेंगे और इसमें कोई संदेह नहीं है। दोनों खिलाड़ियों का इस महत्वपूर्ण सीरीज से पहले गहन उपचार किया जा रहा है। गौरतलब है कि एक ओर आस्ट्रेलियाई टीम के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज शान मार्श का पीठ में चोट के कारण भारत के खिलाफ पहले टेस्ट में खेलना संदिग्ध है तो दूरी तरफ आलराउंडर शेन वाटसन हैम्स्ट्रिंग की चोट से उबरने का प्रयास कर रहे हैं।गौरतलब है कि सोमवार को न्यूजीलैंड से हार के बाद विश्व की नंबर दो टेस्ट टीम भारत के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई टीम केबल्लेबाजों पर सबसे ज्यादा उंगली उठ रही है। क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) ने आज डाक्टर ट्रेफ्रो जेम्स के हवाले से बताया कि फ्लिहाल पेन की उंगली में लगी चोट के जल्द ठीक होने के कोई आसार नहीं है और इस वक्त उनके लिए जरूरी है कि वह जल्द ही इसकी सर्जरी करा लें।

ऐसे में साफ है कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज आने वाले तीन से चार महीनों तक खेलने में असमर्थ हैं। ऑलरांउडर वाटसन ने फ्क्सो स्पोर्ट्स को अपने साक्षात्कार में कहा कि मेरे लिए यह काफी निराशाजनक है कि मैं गेंदबाजी नहीं कर पाऊंगा। लेकिन मैं आने वाले एक दो सप्ताह तक बल्लेबाजी में अच्छा करने का प्रयास कर रहा हूं। गौरतलब है कि माइकल क्लार्क के कप्तान बनने के बाद से वाटसन पर बल्लेबाजी की बजाय गेंदबाजी अधिक करने का दबाव भी अधिक रहा है। 

गुरुवार, 15 दिसंबर 2011

चूत पूजा

न जाने कब से यह मेरे ख्याल में बस गया था...मुझे याद तक नहीं, लेकिन अब 24 साल की उम्र में उस ख्वाहिश को पूरा करने की मैंने ठान ली थी...जीवन तो बस एक बार मिला है...तो उसमें ही अपनी चाहतों और आरजू को पूरा करना है...क्या इच्छा थी यह तो बताना मैं भूल ही गया...तो सुनिए...मेरी इच्छा थी...कि दुनिया की हर तरह की चूत और चूची का मज़ा लूँ...गोरी बुर, सांवली बुर, काली बुर, जापानी बुर, चाइनीज़ बुर...यूँ समझ लीजिये कि हर तरह की बुर का स्वाद चखना चाहता था...हर तरह की चूत के अंदर अपने लंड को डालना चाहता था... लेकिन मेरी शुरुआत तो देशी चूत से हुई थी...उस समय मैं सिर्फ बाईस साल का था...मेरे पड़ोस में एक महिला रहती थी...उनका नाम था अनीता और उन्हें मैं अनीता आंटी कहता था...अनीता आंटी की उम्र 45-50 के बीच रही होगी...सांवले रंग की और लम्बे लम्बे रेशमी बाल के अलावा उनके चूतड़ काफी बड़े थे...चूचियों का आकार भी तरबूज के बराबर लगता था...मैं अक्सर अनीता आंटी का नाम लेकर हस्तमैथुन करता था...एक शाम को मैं अपना कमरा बंद करके के मूठ मार रहा था...मैं जोर जोर से अपने आप बोले जा रहा था- यह रही अनीता आंटी की चूत और मेरा लंड ...आहा ओहो ! आंटी चूत में ले ले मेरा लंड ... यह गया तेरी बुर में मेरा लौड़ा पूरा सात इंच ...चाची का चूची .. हाय हाय ..चोद लिया ...अनीता ..पेलने दे न ... क्या चूत है ...! अनीता चाची का क्या गांड है ...! और इसी के साथ मेरा लंड झड़ गया...फिर बेल बजी...मैंने दरवाज़ा खोला तो सामने अनीता आंटी खड़ी थी... लाल रंग की साड़ी और स्लीवलेस ब्लाउज में, गुस्से से लाल...उन्होंने अंदर आकर दरवाज़ा बंद कर लिया...और फिर बोली- क्यों बे हरामी...क्या बोल रहा था?...गन्दी गन्दी बात करता है...मेरे बारे में?...मेरा चूत लेगा ?...देखी है मेरी चूत तूने...?...है दम तेरी गांड में इतनी ?...और फिर आंटी ने अपनी साड़ी उठा दी...नीचे कोई पैंटी-वैन्टी नहीं थी...दो सुडौल जांघों के बीच एक शानदार चूत थी: बिलकुल तराशी हुई, बिल्कुल गोरी-चिट्टी, साफ़, एक भी बाल या झांट का नामो-निशान नहीं, बुर की दरार बिल्कुल चिपकी हुई !...ऐसा मालूम होता था...जैसे गुलाब की दो पंखुड़ियाँ आपस में लिपटी हुई हों...हे भगवान !...इतनी सुंदर चूत, इतनी रसीली बुर, इतनी चिकनी योनि !... भग्नासा करीब 1 इंच लम्बी होगी...वैसे तो मैंने छुप छुप कर स्कूल के बाथरूम में सौ से अधिक चूत के दर्शन किए होंगे...मैडम अनामिका की गोरी और रेशमी झांट वाली बुर से लेकर मैडम उर्मिला की हाथी के जैसी फैली हुई चूत !...मेरी क्लास की पूजा की कुंवारी चूत और मीता के काली किन्तु रसदार चूत...लेकिन ऐसा सुंदर चूत तो पहली बार देखी थी...आंटी, आपकी चूत तो अति सुंदर है...मैं इसकी पूजा करना चाहता हूँ...यानि चूत पूजा !...मैं एकदम से बोल पड़ा..."ठीक है !...यह कह कर आंटी सामने वाले सोफ़े पर टांगें फैला कर बैठ गई...अब उनकी बुर के अंदर का गुलाबी और गीला हिस्सा भी दिख रहा था...मैं पूजा की थाली लेकर आया...सबसे पहले सिन्दूर से आंटी की बुर का तिलक किया...फिर फूल चढ़ाए उनकी चूत पर...उसके बाद मैंने एक लोटा जल चढ़ाया...अंत में दो अगरबत्ती जला कर बुर में खोंस दी...और फिर हाथ जोड़ कर बुर देवी की जय !...चूत देवी की जय !...कहने लगा....आंटी बोली- रुको मुझे मूतना है !..."तो मूतिये आंटी जी...यह तो मेरे लिए प्रसाद है... चूतामृत यानि बुर का अमृत...आंटी खड़ी हो कर मूतने लगी...मैं झुक कर उनका मूत पीने लगा...मूत से मेरा चेहरा भीग गया था...उसके बाद आंटी की आज्ञा से मैंने उनकी योनि का स्वाद चखा...उनकी चिकनी चूत को पहले चाटने लगा...और फिर जीभ से अंदर का नमकीन पानी पीने लगा....चिप चिपा और नमकीन....आंटी सिसकारियाँ लेती रही....और मैं उनकी बूर को चूसता रहा...जैसे कोई लॉलीपोप हो...मैं आनंद-विभोर होकर कहते जा रहा था- वाह रसगुल्ले सरीखी बुर...फिर मैंने सम्भोग की इज़ाज़त मांगी...आंटी ने कहा- चोद ले....बुर गांड दोनों..लेकिन ध्यान से...मैं अपने लंड को हाथ में थाम कर बुर पर रगड़ने लगा....और वोह सिसकारने लगी- डाल दे बेटा अपनी आंटी की चूत में अपना लंड...अभी लो आंटी...यह कह कर मैंने अपना लंड घुसा दिया और घुच घुच करके चोदने लगा...."और जोर से चोद.. "..."लो आंटी ! मेरा लंड लो.. अब गांड की बारी !"...कभी गांड और कभी बुर करते हुए मैं आंटी को चोदता रहा करीब तीन घंटे तक....आंटी साथ में गाना गा रही थी : तेरा लंड मेरी बुर... अंदर उसके डालो ज़रूर...चोदो चोदो, जोर से चोदो...अपने लंड से बुर को खोदो...गांड में भी इसे घुसा दो...फिर अपना धात गिरा दो...इस गाने के साथ आंटी घोड़ी बन चुकी थी...और और मैं खड़ा होकर पीछे चोद रहा था। मेरा लंड चोद चोद कर लाल हो चुका था.. नौ इंच लम्बे और मोटे लंड की हर नस दिख रही थी। मेरा लंड आंटी की चूत के रस में गीला हो कर चमक रहा था।

जोर लगा के हईसा ...

चोदो मुझ को अईसा ...

बुर मेरी फट जाये ...

गांड मेरी थर्राए ...

आंटी ने नया गाना शुरू कर दिया।

मैं भी नये जोश के साथ आंटी की तरबूज जैसे चूचियों को दबाते हुए और तेज़ी से बुर को चोदने लगा .. बीच बीच में गांड में भी लंड डाल देता ... और आंटी चिहुंक जाती ..

चुदाई करते हुए रात के ग्यारह बज चुके थे और सन्नाटे में घपच-घपच और घुच-घुच की आवाज़ आ रही थी ..

यह चुदने की आवाज़ थी ... यह आवाज़ योनि और लिंग के संगम की थी ...

यह आवाज़ एक संगीत तरह मेरे कानों में गूँज रही थी और मैंने अपने लंड की गति बढ़ा दी।

आंटी ख़ुशी के मारे जोर जोर से चिल्लाने लगी- चोदो ... चोदो ... राजा ! चूत मेरी चोदो ...

यह कहानी कैसी लगी आप को ज़रूर बताइए। आपकी इमेल पर निर्भर करता है कि आगे कहानी लिखूं या नहीं !

बुधवार, 7 दिसंबर 2011

Austila tour

इंडिया का अगला मुकाबला ऑस्ट्रेलिया जैषी मज़बूत टीम के साथ होना है. और इस टीम के पास वो सब है जो एक मज़बूत टीम के पास हो सकता है. इंडिया के पास एक मज़बूत बल्लेबाजी आर्डर है. और गेंदबाज़ी मे ज़हीर खान के आने के बाद से  गेंदबाज़ी आर्डर भी काफी अच्छा हो गया है. जिससे इंडिया के जीतने की उम्मीद काफी अच्छी हो गयी है.




मंगलवार, 5 जुलाई 2011


जब चुदी एकता मामी

विनय जोशी जो नॉएडा का रहने वाला है उसका अन्तर्वासना के सभी पाठकों को खड़े लण्ड का सलाम....मैं अपना एक सच्चा अनुभव लेकर हाज़िर हूँ जिस को पढ़कर आँटियाँ, चाचियाँ, मामियाँ, भाभियाँ और लण्ड की प्यासी लड़कियों की चूत गीली हो जाएगी और लंड के लिए तड़प उठेंगीं....जिन लड़कों के पास चूत की व्यवस्था होगी, वो चूत चोदने लगेंगे और जिनके पास नहीं होगी, वो मूठ मारने लगेंगे...मैं उस मामी को चोदने के चक्कर में दो सालों से लगा था, और उसके नाम से मूठ मारा करता था। मेरे मामा (४०), जो ग्वालियर में ही रहते थे, रेडीमेड कपड़ों के धंधे में थे और अपना माल दिल्ली ख़ुद ही जाकर लेकर आते थे।यह बात मई की है....मेरी मामी जो लगभग ३० साल की है और १ बेटा की माँ है, रंग गोरा, शरीर भरा हुआ, न एकदम दुबला न एक दम मोटा-ताज़ा....मतलब बिल्कुल गज़ब की....पर चूचियाँ तो दो-दो किलो की और गाँड कुछ ज़्यादा ही बाहर निकली हैं....मेरे ख़्याल से उसकी फिगर ३८-३२-३९ होगी....
एक दिन जब मैं अपने घर पहुँचा तो मामा वहाँ थे, और मम्मी से बातें कर रहे थे....मैंने मामा से पूछा - "अब नये कपड़े कब आ रहे हैं?"
"बस आज ही लाने जा रहा हूँ....पर इस बार माल दिल्ली से नहीं, मुम्बई से लेकर आना है....वहाँ एक नामी कम्पनी से मेरी बात तय हो गई है....मुझे वहाँ से आने में चार-पाँच दिन तो लग ही जाएँगे....तब तक मैं चाहता हूँ कि तुम दिन में एक बार ज़रा दुकान जाकर काम देख लेना और रात में मेरे घर चले जाना।"....
"तू एकता और बच्चों को यहीं क्यों नहीं छोड़ देता?" मेरी मम्मी ने पूछा....
"मैंने एकता से कहा था कि बच्चों के साथ दीदी के यहाँ रह लेना, पर वह कह रही थी कि चार-पाँच दिनों के लिए आप लोगों को क्यों परेशान करना, बस नन्द को बोल देना, वो तुम्हारे आने तक हमारे यहाँ ही आ जाए और दुकान का भी काम देख ले....नौकरों के भरोसे दुकान छोड़ना ठीक नहीं....तुझे कोई दिक्क़त तो नहीं?" - मामा बोले....
"अभी तो मैं पूरा खाली ही हूँ....परीक्षाएँ भी खत्म हो चुकी हैं....चलिए एक अनुभव के लिए आपकी दुकान को भी सँभाल लेते हैं (और मामी को भी)।"....
"आज ८ बजे मेरी ट्रेन है, तू सात बजे घर आ जाना और मुझे स्टेशन छोड़ कर वापिस मेरे घर ही चले जाना।"....
"ठीक है मैं ६:३० बजे आ जाऊँगा।"....
६:३० बजे मैं मामा के घर पहुँच गया, मामा सफ़र की तैयारी कर रहे थे और मामी पैकिंग में मामा की मदद कर रही थी....पैकिंग के बाद मामी ने मामा को खाना दिया और मुझे भी खाने के लिए पूछा....
"मामा को छोड़कर आता हूँ, फिर खा लूँगा।" मैंने कहा....
७:३० बजे मामा और मैं स्टेशन पहुँच गए....मामा की ट्रेन सही समय पर आ गई, मामा का आरक्षण था, मामा अपनी सीट पर जाकर बैठ गए और पाँच मिनट के बाद ट्रेन मुम्बई के लिए चल पड़ी....चलते-चलते मामा बोले,"मामी और बच्चों का ख्याल रखना।"....
"आप यहाँ की फिक्र ना करें, मैं मामी और बच्चों का पूरा ख्याल रखूँगा।"....
मैंने स्टैण्ड से अपनी बाईक ली और ८:३० तक घर आ गया....मैंने दरवाज़े की कॉलबेल बजाई तो मामी ने दरवाज़ा खोला और बोली,"हाथ-मुँह धो लो, अब हम खाना खा लेते हैं।"....
"आपने अभी तक काना नहीं खाया?" मैंने पूछा....
"बस तुम्हारा ही इन्तज़ार कर रही थी....बिट्टू और सोनू तो खाना खाकर सो गए हैं....तुम भी खाना खा लो।"....
मैं और मामी डिनर की टेबल पर एक-दूसरे के आमने-सामने बैठ कर खाना खा रहे थे....जब मामी निवाला खाने के लिए थोड़ा झुकती उनकी चूचियों की गहराईयों के दर्शन होने लगते और मेरा लंड विचलित होने लगता....पर स्वयं को सँभाल कर मैंने खाना खतम किया और टीवी चालू कर लिया....उस समय आई पी एल मैच चल रहे थे, मैं मैच देखने लगा....
कुछ देर बाद मामी बर्तन साफ करने लगी और वह भी मैच देखने लगी....जल्दी ही उसे नींद आने लगी...."मैं तो सोने जा रही हूँ, तुम भी हमारे कमरे में ही सो जाना, तुम डबल बेड में बच्चों के एक तरफ ही सो जाना" मामी बोली...
"ठीक है, बस एक घन्टे में मैच खत्म होने वाला है....आप सो जाओ, मैं मैच देखकर आता हूँ।"....
मामी चली गई और मैं मैच देखने लगा....
कुछ देर बाद बाद ब्रेक हुआ और मैं चैनल बदलने लगा, और एक लोकल चैनल पर रुक गया....डिश वाले एक ब्लू-फिल्म प्रसारित कर रहे थे....अब काहे का मैच, मैं तो उसी चैनल पर रुक गया और वो ब्लू-फिल्म देखने लगा और मेरा लंड हिचकोले मारने लगा....
मेरा साढ़े पाँच इंच का लंड लोहे की तरह सख्त होकर तन गया, मैं अपनी पैंट के ऊपर से ही उसे सहलाने लगा....मेरा लंड चूत के लिए फड़फड़ाने लगा और मेरी आँखों के सामने मामी का नंगा बदन घूमने लगा और मैं मामी के नाम से मूठ मारने लगा....मैं मन ही मन मामी को चोद रहा था, कुछ देर बाद लंड ने एक पिचकारी छोड़ दी....मेरा वीर्य लगभग पाँच फीट दूर छिटका, और यह बस मामी के नाम का कमाल था....
अब मेरा दिमाग मामी को हर हाल में चोदने के बारे में सोचने लगा, तब तक फिल्म भी खत्म हो गई थी....मैंने टीवी बन्द किया और बेडरूम की ओर चल दिया....जैसे ही मैंने कमरे की बत्ती जलाई, मेरी आँखें फटी रह गईं....बिल्लू और सोनू, दोनों दीवार की ओर सो रहे थे, और मामी बीच बिस्तर में....उनकी साड़ी घुटनों के ऊपर तक उठ गई थी और उनकी गोरी-गोरी जाँघें दिख रहीं थीं....उनका पल्लू बिखरा हुआ था, ब्लाउज़ के ऊपर के दो हुक खुले थे और काली ब्रा साफ-साफ दिख रही थी....मामी एकदम बेसुध सो रहीं थीं....
मैंने तुरन्त लाईट बन्द की और अपने लंड को सहलाते हुए सोचा,'क़िस्मत ने साथ दिया तो समझ हो गया तुम्हारा जुगाड़ !'....
मैं जाकर मामी के पास लेट गया, मामी एकदम गहरी नींद में थी....मैंने एक हाथ मामी के गले पर रख दिया और हाथ को नीचे खिसकाने लगा....अब मेरा हाथ ब्लाउज़ के हुक तक पहुँच गया....मैं आहिस्ते-आहिस्ते हुक खोलने लगा....तभी मामी बच्चों की ओर पलट गई, इससे मुझे हुक खोलने में और भी आसानी हो गई और मैंने सारे हुक खोल दिए....ब्रा के ऊपर से ही मामी की चूचियों को सहलाने लगा....
मामी के स्तन एकदम मुलायम थे....पर ब्रा ने उन्हें ज़ोरों से दबा रखा था, इस कारण ऊपर पकड़ नहीं बन रही थी....मैं अपना हाथ मामी की ब्लाउज़ के पीछे ले गया और ब्रा के हुक को भी खोल दिया....अब दोनों स्तन एकदम स्वतंत्र थे....मैं उन आज़ाद हो चुके बड़े-बड़े स्तनों को हल्के-हल्के सहलाने लगा, फिर मैं एक हाथ उनकी जाँघ पर ले गया और ऊपर की ओर ले जाने लगा पर एक डर सा भी लग रहा था कि कहीं मामी जाग ना जाए....पर जिसके लंड में आग लगी हो वो हर रिस्क के लिए तैयार रहता है और लंड की आग को सिर्फ चूत का पानी ही बुझा सकता है....
हिम्मत करके मैं अपने हाथ को ऊपर ले जाने लगा....जैसे-जैसे मेरा हाथ चूत के पास जा रहा था, मेरा लंड और तेज़ हिचकोले मार रहा था....
अब मेरा हाथ मामी की पैन्टी तक जा पहुँचा था...पैन्टी के ऊपर से ही मैंने हाथ चूत के ऊपर रख दिया....चूत बहुत गीली थी और भट्टी की तरह तप रही थी....मैंने साड़ी को ऊपर कर दिया और पैन्टी को नीचे खिसकाने लगा....थोड़ी मेहनत के बाद मैं पैन्टी को टाँगों से अलग करने में कामयाब रहा....
अब मैं हाथ को चूत के ऊपर ले गया और चूत को प्यार से सहलाने लगा....मामी अभी तक शायद गहरी नींद में थी....मैंने एक हाथ मामी की कमर पर रखा और उन्हें सीधा करने लगा....
मामी एक ही झटके से सीधी हो गई....मैं अपनी टाँग को मामी की टाँगों के बीच ले गया और मामी की टाँगों को फैला दिया....अब मैं नीचे खिसकने लगा और मैं जैसे ही चूत चाटने के लिए मुँह चूत के पास ले गया, मामी ने हाथ से चूत को ढँक लिया....
मेरी तो गाँड फट गई, रॉड की तरह तना हुआ लौड़ा एकदम मुरझा गया, दिल धाड़-धाड़ धड़कने लगला....
तभी मामी उठी और फुसफुसाकर बोली,"ये सब यहाँ नहीं....बिट्टू और सोनू जाग सकते हैं....अब तक तो मैंने किसी तरह अपनी सिसकियाँ रोक रखीं थीं पर अब नहीं रोक सकूँगी....हम ड्राईंगरूम में चलते हैं।"....
इतना सुनते ही मेरा लंड फिर से क़ुतुबमीनार बन गया.....मामी जैसे ही बिस्तर पर से उठी, मैंने मामी को अपनी बाँहों में भर लिया और उनके होंठों को चूमने लगा....वह भी मेरे होंठों पर टूट पड़ी....हम एक-दूसरे के होंठों को पागलों की तरह निचोड़ने लगे.....
मैं उनके होंठों को चूमते हुए अपने दोनों हाथ उनकी गांड तक ले गया और उन्हें उठा लिया....मामी ने अपने पैर मेरी कमर के गिर्द लपेट दिए....मैं उन्हें चूमते हुए ड्राईंगरूम तक ले आया और मामी को लेकर सोफे पर बैठ गया....
मामी मेरी गोद में थी, ब्लाउज़ और ब्रा अभी भी मामी के कंधों से लटक रहे थे....पहले मैंने ब्लाउज़ को निकाल फेंका, फिर ब्रा और एक चूची को हाथ से मसलने लगा और साथ ही दूसरी चूची को चाटने लगा....
अब साड़ी की बारी थी, मैंने साड़ी भी निकाल फेंकी, अब पेटीकोट बेचारे का भी शरीर पर क्या काम था....अब मामी एकदम नंगी हो चुकी थी....लाल नाईट-बल्ब की रोशनी में मामी का नंगा बदन पूर्णिमा में ताज़ की तरह चमक रहा था और इस वक्त मैं इस ताजमहल का मालिक था....
अब मामी मेरे कपड़े उतारने लगी....मेरे सारे कपड़े उन्होंने उतार दिए और मैं सिर्फ अपनी फ्रेंची अण्डरवियर में रह गया पर वह भी अधिक देर न रह सका....उन्होंने वह भी एक ही झटके में उतार फेंकी और फिर मामी ने मेरे साढ़े पाँच इंच लम्बे विकराल लंड को लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी....
कभी मामी लंड पर, तो कभी अंडकोष से सुपाड़े तक जीभ फिराती, कभी लंड को हल्के से काटती, सुपाड़े पर थूकती और फिर उसे चाट जाती....मेरा तो बुरा हाल कर दिया और मेरे लंड ने मामी के मुँह पर अपनी पिचकारी मार दी....उनका पूरा चेहरा मेरे वीर्य से सन गया था....मैंने अपने दोनों हाथों से सारा वीर्य उनके चेहरे पर मल दिया....
"दूसरी बार में भी इतना माल? तेरा लंड है या वीर्य का टैंक?" - मामी ने कहा....
मैं यह सुनकर हैरान हो गया, मेरी हैरानी जानकर उन्होंने बताया - "जब तू ब्लू-फिल्म देख रहा था और मेरे नाम से मूठ मार रहा था तब मैं पानी पीने के लिए रसोईघर में आई थी और तेरे लंड की धार को देख कर मेरी कामवासना की प्यास जाग गई और मैं बेडरूम में अपने कपड़ों को जान-बूझ कर अस्त-व्यस्त कर लेट गई थी....वहाँ आने के बाद अगर तू ऐसी हरकतें नहीं करता तो आज मैं ही तेरा बलात्कार कर देती।"....
"तरबूज़ तलवार पर गिरे या तलवार तरबूज़ पर, कटना तरबूज़ को ही है....अब तो आज रात सचमुच में बलात्कार होगा....आज रात अगर आपसे रहम की भीख न मँगवाई तो मेरा भी नाम विनय जोशी नहीं।" मैंने कहा....
"चल देखते हैं, कौन रहम की भीख माँगता है !" मामी ने भी ताना सा मारा....
मामी के ऐसा कहते ही मैंने मामी को ज़मीन पर लिटा दिया और उनकी चूत पर टूट पड़ा, अपनी जीभ को चूत में जितना हो सकता था अन्दर डाल दिया और जीभ हिलाने लगा....चूत के गुलाबी दाने को जैसे ही मैं हल्के-हल्के काटता-चूसता, वह तड़प उठती और आआहहहहहह आआहह्ह्हहहह करने लगती....
उसने टाँगों से मेरे सिर को जकड़ लिया और टाँगों से ही सिर को चूत में दबाने लगी और बालों में हाथ फेरने लगी....मैं चूत-अमृत पीते हुए दोनों स्तनों को मसल रहा था... तभी अचानक मामी का शरीर अकड़ने लगा उनकी चूत ज़ोरदार तरीके से झड़ने लगी....
मैंने चूत को चाटकर साफ कर दिया और जैसे ही मैं मामी के ऊपर आने को हुआ, मामी ने मुझे रोका और गेस्ट-रूम की ओर इशारा किया....मैं समझ गया कि वह उस कमरे में चलने को कह रही है....मैंने उन्हें गोद में लिया और चूमते हुए उस कमरे में ले आया.... लाईट जलाई तो देखा, वहाँ एक सिंगल बेड था.....मैंने पंखा चालू किया और उन्हें बिस्तर पर पटक दिया और उनके ऊपर आ गया....मैंने उनके होंठों को चूमते हुए अपनी टाँगों से उनकी टाँगे चौड़ी कीं....
अब मेरा लंड मामी की चूत के ऊपर था....मैंने अपने हाथों को सीधा किया और धक्के मारने की मुद्रा में आ गया....अब मैं अपनी कमर को नीचे करता और लंड को चूत से स्पर्श करते ही ऊपर कर लेता....कुछ देर ऐसा करने के बाद मामी बोली,"अब मत तड़पाओ, मेरी चूत में आग लग रही है, इसमें अपना लंड अब डाल दो और मेरी चूत की आग को शान्त करो, मैं तुम्हारे हाथ जोड़ती हूँ....
इस बार मैंने लण्ड चूत पर रखा और धीरे-धीरे नीचे होने लगा और लण्ड चूत की गहराईयों में समाने लगी....चूत बिल्कुल गीली थी, एक ही बार में लण्ड जड़ तक चूत में समा गया और हमारी झाँटे आपस में मिल गईं....अब मेरे झटके शुरु हो गए और मामी की सिसकियाँ भी... मामी आआआहहहहह अअआआआआहहहह करने लगी....कमरा उनकी सिसकियों से गूँज रहा था....
जब मेरा लण्ड उनकी चूत में जाता तो फच्च-फच्च और फक्क-फक्क की आवाज़ होती....मेरा लण्ड पूरा निकलता और एक ही झटके मे चूत में पूरा समा जाता....मामी भी गाँड हिला-हिला कर मेरा पूरा साथ दे रही थी। मैंने झटकों की रफ्तार बढ़ा दी, अब तो खाट भी चरमराने लगी थी। पर मेरी गति बढ़ती जा रही थी। हम दोनों पसीने से नहा रहे थे। पंखे के चलने का कोई भी प्रभाव नहीं था।
दोनों के चेहरे एकदम लाल हो रहे थे पर हम रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। झटके अनवरत जारी थे। कभी मैं मामी के ऊपर तो कभी मामी मेरे ऊपर आ जाती। दोनों ही चुदाई का भरपूर मज़ा ले रहे थे। पूरे कमरे में बस कामदेव का राज था। हम दोनों एक-दूसरे की आग को बुझा रहे थे। तभी हमारे शरीर अकड़ने लगे।
दोनों झड़ने वाले थे। मैं लण्ड को बाहर निकालने वाला ही था कि मामी ने रोक दिया और बोली - "अपना सारा माल चूत के अन्दर ही छोड़ दो।"
मैंने भी झटके चालू रखे। हम दोनों ने एक-दूसरे को भींच लिया। मामी ने टाँगों और हाथों को मेरे शरीर पर लपेट दिया। मैंने मामी के कंधों को कसकर पकड़ लिया और एक ज़ोरदार झटका मारा। मैं और मामी एक ही साथ झड़े थे। मामी की चूत मेरे वीर्य से भर गई।
वीर्य चूत से बह रहा था। मेरा मुँह अपने-आप चूत पर पहुँच गया और मैं मामी की चूत को चाट-चाट कर साफ करने लगा।
मामी ने भी मेरे लंड को चूस-चूस कर साफ कर दिया और हम दोनों एक-दूसरे के बगल में लेट गए, पर मामी का हाथ मेरे लंड पर था और मैं मामी के बालों को सहला रहा था।
मामा के आने तक मैं और मामी पति-पत्नी की तरह रहे। मैं सुबह को दुकान का एक चक्कर लगा आता। दिन में हम नींद ले लेते और रात को...
मामा के आने के बाद भी जब भी मौक़ा मिलता, मैं उसको छोड़ता नहीं।

बुधवार, 13 अप्रैल 2011

Images of Poonam Pandy

पूनम का वादा था की वर्ल्ड कप का बाद वो ओपन अपना ड्रेस को उतार देगी जो अब तक नहीं किया है ऐसी को किया कहा जायगा की वो सची नहीं कहती है वो ज्यादा सची नहीं है और अपना कोई वादा नहीं पूरा करती है. जरा इस से बचकर ही रहना कही आप से किया हुआ वादा भी पूरा नहीं करे. इस को कहते है नाम बिग यानि नाम बड़ा और दर्शन काफी छोटा. किया कहे एसो को यही तो कहा जा सकता है और इसका अलावा कोई और बात नहीं कही जा सकती है फिर ये मीडिया को कितनी भी अपने बारे मे बोल ले. मै तो एसी की बात और इस टाइप की गृल से जरा दूर ही रहूँगा ये कब अपनी बात से पलट जाया नहीं कहा जा सकता है. 

सेक्सी पूनम और मॉडल 





पूनम पंडय का मॉडल और सेक्सी रूप 


































सोमवार, 21 मार्च 2011

World Cup Qutarfinal Match

विश्व कप मे अब काफी मुस्किल दौर स्टार्ट हो गया है या ये कहो की अब नोक आउट दौर स्टार्ट हो गया है. इस दौर मे जो टीम हार जायगी वो विश्व कप से बाहर हो जायगी और दो दिन बाद ये नोक आउट दौर स्टार्ट हो जायगा. इस दौर मे सबसे पहले मैच पाकिस्तान और वेस्ट इंडीज़ के बीच मे होना है और इस मैच मे पिछला पर्फोर्मांस को देखने के बाद इस मैच मे यही कहा जा सकता है की इस मैच मे पाकिस्तान कही मजबूत टीम लग रही है. वेस्ट इंडीज़ अपना पिछले दो मैच बुरी तरह हारी है उससे देखकर तो पाकिस्तान की जीत पूरी तरह से लग रही है अगर वेस्ट इंडीज़ कोई पलटवार कर जाती है तो फिर कहना मुस्किल है पर पाकिस्तान की बुधबार को जीत पक्की. उसके पास फर्स्ट क्लास स्पिन अक्टैक तो है ही उसके साथ फास्ट अक्टैक भी अच्छा है. बस पाकिस्तान को अपनी  बल्लेबाजी पर देखना होगा अगर वो या करने मे सफल हो गया तो फिर पाकिस्तान को जीत से कोई नहीं रोक सकता है और वेस्टइंडीज़ के बल्लेबाज अगर अपना बेस्ट पेर्फ्रोमांस दे दी तो फिर इस टीम को जीत से कोई नहीं रोक सकता है. बस मैच जो भी हो एक अच्छा हो और अच्छी पर्फोर्मांस देने वाली टीम जीते ताकि वर्ल्ड कप अच्छा रहा. वैसे मे गोंड से प्रे करूँगा की पाकिस्तान जीते ताकि पाकिस्तान और इंडिया का अंतिम मैच देखने को मिले और वो अंतिम मैच बन जाया यादगार अभी तक भारत और पाकिस्तान का मैच वर्ल्ड कप मे नहीं हुआ है और इस मैच के लिया हर कोई होप किया होगा और या मैच  अंतिम हो तो मज़ा ही आ जायगा और वो वर्ल्ड कप रिकॉर्ड बुक मे आ जायगा बस यही होप है की भारत और पाकिस्तान का अंतिम मैच हो और फिर देखंगे की कोन कितने पानी मे है वैसे भी भारत और पाकिस्तान मैच हर कोई पसंद करता है और वो अंतिम मैच हो विश्व कप का और इन दोनों मे से एक हो तो विश्व कप विजेता तो फिर वो मैच मैच नहीं कोई और गेम होगा. भारत और पाकिस्तान का मैच काफी तौर्चेर वाला होता है और वो मैच अंतिम हो तो काफी अच्छा होगा. 

रविवार, 13 मार्च 2011

World Cup 2011

भारत अब साउथ अफ्रीका से हारने कई बाद वर्ल्ड कप से बाहर होने की नोबत आ गयी है. और लोगो को अब ये लगने लगा है की भारत अब अगले दौर मे जा भी पायगा या नहीं. भारत साउथ अफ्रीका से हारने के बाद अब करो या मरो की जैषी हो गयी है. भारत का अगला मैच वेस्ट इंडीज़ से होना वाला है जो काफी आसान नहीं होगा और अगर भारत का बल्ला उस मैच मे नहीं चलता है तो फिर भारत को अपनी किस्मत का सहारा लेना होगा अगर भारत वो मैच जीत जाता है तो फिर भारत अगले दौर मे चला जायगा. इस टाइम भारत के अंक ७ है और अगर इंग्लैंड अपना अगला मैच जीत लेता है तो वो भी ७ अंक लेकर २ नंबर पर आ जायगा. और बंगलादेश अगर अपने दोनों मैच जीत लेता है तो उसका अंक ८ हो जायगा और वेस्ट इंडीज़ अपना मैच दोनों जीत लेता है तो फिर उसका अगला दौर मे आना तय है. इस मे भारत को अपनी किस्मत के जरिया ही आगे जा सकता है वर्ना भारत को दूसरी बार वर्ल्ड कप से पहले दौर मे ही बाहर होना होगा इससे पहले भारत २००७ मे पहले दौर से बाहर हुआ है और वही हाल इस वर्ल्ड कप मे भी हो गया है इसलिय भारत को इस टाइम अपनी पर्फोर्मांस को देखना होगा की उसमे कहा कमी है जिसे वो नेक्स्ट मैच मे बदल सकता है और मैच जीत सकता है उसे दूर करके अपनी आपको अगले दौर मे जा सकता है पर उसके लिया भारत को अपनी बाल और पॉवर प्ले मे हो रही कमजोरी को दूर करके वेस्ट इंडीज़ को बिग अंतर से हरा सकता है और अगला दौर मे जा सकता है इसके लिया हर एक प्लयेर को अपनी जिम्मेदारी जननी होगी और उसको देखकर ही अपना खेल को उत्तना होगा. तभी भारत की ट्रेन आगे जा सकती है वर्ना उसे यही उरकना होगा और या न केवल भारत की टीम के लिया बल्कि हर हिन्दुस्तानी के लिया चिंता की बात होगी की  उसकी टीम दो बार वर्ल्ड कप मे पहला दौर भी पार नहीं कर पाई वाही दादा ने २००३ वर्ल्ड कप मे भारत को अंतिम दौर तक ली गया था और भारत ने वहा दम लगाया होता तो २००३ मे दादा वर्ल्ड कप भारत लाकर आ गया होता और भारत १९८३ के बाद २००३ मे फिर हीरो बन गया होता. लेकिन कोई बाद नहीं धोनी तेरे पास अब ही एक मोका है बस इस मोके को ले लेना है वर्ना फिर न कहना की मोका मिला नहीं. 

रविवार, 30 जनवरी 2011

Collage

ये विडियो मेरी परने के टाइम के है और ये मेरे को हमेशा अपना पुराना टाइम याद करता रहेगा. 

पुरुष-महिला के जिस्मानी व सामाजिक रिश्तों के बारे में है 'कामसूत्र'



अठारह सौ वर्ष पुराने ग्रंथ ‘कामसूत्र’ का पुनरीक्षित संस्करण लिखने वाले एक भारतीय विद्वान ने कहा है कि कामसूत्र पुरुष और महिला के बीच के यौन संबंधों और सामाजिक रिश्तों के बारे में है.
ए. एन डी. हक्सर ने आधुनिक जीवनशैली और संबंधों के अनुरूप कामसूत्र को नए रूप में लिखा है. उन्होंने इसे आधुनिक पुरुषों और महिलाओं को जीवनशैली की दिशा दिखाने के रूप में पेश किया है. पेंग्युइन कंपनी हक्सर की इस पुस्तक का फरवरी में प्रकाशन करेगी.
वह बताते हैं, ‘‘अगर इस किताब को ईमानदारी से पढ़ा जाए, तो आपको मालूम चलेगा कि यह पुरुषों और महिलाओं के बीच के यौन और सामाजिक संबंधों के बारे में है.’’ उन्होंने कहा कि कामसूत्र का नये तरीके से किया गया अनुवाद इस 1,800 वर्ष पुराने ग्रंथ को पाठकों की सूची में फिर से शामिल कर देगा.
मूल कामसूत्र में कोई चित्र या ग्राफिक्स नहीं हैं. उसमें सिर्फ शब्द हैं. यह ग्रंथ सिर्फ जिस्मानी रिश्तों पर केंद्रित नहीं है. ग्रंथ का बेहद कम हिस्सा संभोग के बारे में है. हक्सर ने कहा कि वात्स्यायन ने इस ग्रंथ के जरिये पूर्ण एकाग्रचित्त के साथ जीवन जीने के बारे में बताया. यह सही भी है और इसमें कोई मजाक नहीं है.

गुरुवार, 20 जनवरी 2011

Neetu Chandra chali Yana Gupta

नीतू चंद्रा अब चली है याना गुप्ता के पद चिन्हों पर इन दोनों मे इतना अंतर है की याना गुप्ता ने नो पैंटी पहनी थी एक डांस एक दोरान पर नीतू चंद्रा का नाम नो पैंटी गर्ल इसलिय उन्हहोना बिना पैंटी की ड्रेस एक पार्टी मे पहनी थी और कुश जौर्नालिस्तो ने फोटो लें ली थी और वो फोटो को उसने अपने चैनल मे दी उस फोटो के बाद नीतू चंद्रा ने उस फोतोग्रफेर के लिया कोर्ट जाने की सोची है उनका कहना है की उन्होना उनकी पर्सोनल पिक्स ली और उन्होने  इसके लिया उनसे अनुमति भी नहीं मांगी थी और नहीं उन्हे इसके बार मे बतया था वरना वो या नहीं करती. लगता है या नीतू चंद्रा भी याना गुप्ता का नक्शे कदम पर चल रही है या लगता है याना गुप्ता को वो जंग कही जाने वाली नो पैंटी की रेस मे आगे निकलना चहाती है इसलिय तो उन्होना वो कर दिया जो याना गुप्ता यानि सुपर मॉडल और सेक्स की महारानी कही जनि वाली क़ुईन से आगे निकलना है इसलिय वो हार तरीका अपना रही है.       

बुधवार, 19 जनवरी 2011

T-20 cricket

 ये खेल नहीं एक जोश है. 



























टी - २० क्रिकेट की कूष झलक जो पूरी दुनिया ने जाना और इस क्रिकेट को पूरी दुनिया ने अपने दिल माँ जगह दी और दुनिया न उसको ने केवल दिल दिया बल्कि उसको इस तरह अपनाया की पुराने क्रिक्केटर लोगो को ये कहना ही पड़ा की भारत मे कोई भी क्रिकेट अच्छी तरह फल फूल सकती है. टी- २० क्रिकेट वर्ल्ड कप भारत का जीतने के बाद न केवल भारत मे बल्कि पूरे देश मे इस खेल की अशी लहर चली की हर कोई इस खेल को खेलने लगा था. उस खेल की फोटो मै यहाँ डाल ही रहा हु.