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बुधवार, 1 अगस्त 2012

मामी के साथ अनोखी दास्तान

दोस्तो! मै उत्तरप्रदेश के आगरा से राज...आज आपको एक असली सेक्स स्टोरी बताने जा रहा हूं...आज से लगभग 6 साल पहले जब मेरी उम्र 20 साल की थी...तब एक दिन मेरे घर मेरे मामा और मामी आये...वे मधयप्रदेश में रहते थे...लेकिन कुछ कारणों से उन्होंने अपना शहर छोर दिया और वो हमारे घर आ गये...मेरी मामी गोरी चिटटी, चौड़ी कमर और भरे बदन की थी...जब मैने उन्हें पहली बार देखा तो देखता ही रह गया और उन्हें कैसे चोदूं यह सोचने लगा...मेरे मामा को काम की तलाश थी तो मेरी मां ने कहा...कि तुम मामा के लिये कोई नोकरी तलाश करो...मैने मामा के लिये एक अच्छी नोकरी तलाश ली...मामा नौकरी पे जाने लगे...इधर मामी अकेली रहती थी...और मै भी घर मे अकेला रहता था...इस बीच हम दोनो खूब घुल मिल गये थे...मै मामी से मजाक भी कर लेता था...एक दिन वह कपड़े धो रही थी...मामी के स्तन दिख रहे थे...गोरे गोरे बूब्स देख कर मै उत्तेजित हो गया...तभी मामी की नज़र मुझ पर गयी लेकिन मुझे पता नहीं चला...उन्होंने कुछ नहीं कहा और वो अपना काम करती रही...शायद उन्होंने मेरा इरादा भांप लिया था...मै मन ही मन उन्हें चाहने लगा था...ख्वाबों मे उन्हें चोदने लगा था...एक दिन मामी ने कहा...कि तुम मेरी भी कहीं नौकरी लगवा दो...मैने उन्हें एक स्कूल मे टीचर की नौकरी दिला दी...अब मामी स्कूल जाती थी और मै घर मे अकेला रहता था...मुझे मामी की कमी महसूस होती थी...मामी शायद समझ रही थी...एक दिन बिजली नहीं आ रही थी...हम सब लोग उपर छत पर आ गये...तभी मामी भी आ गयी...मै उन्हें देख कर दूसरी छत पर चला गया जहां कोइ नही था... मामी भी वहीं आ गयी और मेरे हाथ पे हाथ रख कर कहा...कि मै तुम से दोस्ती करना चहती हूं...यह सुन कर मै एक दम चौंक गया...मैने पूछा कि सिर्फ़ दोस्ती या और कुछ तो वो शरमा गयी...बोली सच तो यह है...कि मै तुम से प्यार करती हूं...मैने पूछ की इस प्यार की सीमा क्या होगी...तो वह बोली तुम सब जानते हो और वह शरमा के चली गयी...अब हम दोनो एक दूसरे को किस कर लेते थे...और छिप कर एक दूसरे के अंगों को छू भी देते थे...उनके बूब्स और जांघ भी मै हाथ से सहला देता था...लेकिन चोदने की हिम्मत नही कर पा रहा था...कई बार मैने उन्हे नहाते हुए नंगा भी देखा है...उन्हें भी पता था...कि मै देख रहा हूं फ़िर भी वो मुस्करा के शरमा जाती थी...एक दिन घर के सब लोगों को कहीं बाहर जाना था...लेकिन मै नहीं गया...मम्मी ने भी ज्यादा जोर नहीं दिया...क्योंकि मामी के कारण खाने-पीने की कोई परेशानी नहीं होनी थी...दो दिन गुजर गये, कोई मौका नहीं मिला...अगले दिन से मामा की चार दिन रात की डयूटी थी...तो मै मन ही मन खुश हुआ...की आज तो मामी को चोद के रहुंगा...उस रात मामा 9 बजे चले गये और मामी से कहा...कि तुम रात को जिम्मेदारी से ताले आदि लगा कर सोना...मै अपने कमरे मे जाकर सोने का नाटक करने लगा...घर के सारे काम खत्म कर के मामी 11 बजे मेरे कमरे मे आयी...और बोली- सो गये क्या?...मैने कहा- नहीं...वो मेरे पास बैठ गयी और प्यार से मेरे सिर में हाथ फ़ेरने लगी...उन्होंने प्यार से मुझे देखा तो मुझ से रहा नहीं गया और मैने उन्हें पकड़ के बिस्तर पर लिटा कर अपने होंठ उनके होंठों पर रख दिये...बहुत देर हम एक दूसरे को प्यार करते रहे तो मामी उत्तेजित हो गयी...मैने उनकी साडी जान्घों तक कर दी...उनकी जांघे गोरी थी...मैने उनकी जांघों को चुमते चूमते अपने होंठ उनकी चूत पर रख दिये...और जीभ से उनकी चूत सहलाने लगा तो उन्हें एकदम झटका लगा...और बोली राज ये तुम क्या कर रहे हो?...हाथ से मै उनके बूब्स सहलाने लगा...मामी कराहने लगी...मामी को इतना मज़ा शायद कभी नही आया होगा...उन्होंने टांगें चौड़ी कर दी और मेरे बालो को सहला कर बोली- राज मै पागल हो जाउंगी, बहुत मजा आ रहा है...मै भी उनके चूत के दाने को अपनी जीभ से सहला रहा था...कुछ देर बाद वो बोली- खुद ही सब कुछ करोगे या मुझे भी करने दोगे?...यह कह कर उन्होंने मेरी पैन्ट उतार दी...फ़िर एकदम मेरा कच्छा उतार कर मेरा लन्ड मुंह मे ले कर चूसने लगी...और बोली-तुम्हारा तो काफ़ी बड़ा है...मुझे मजा आ रहा था...मै उनकी चूत में उन्गली डाल कर आगे पीछे कर रहा था...कुछ देर बाद मामी बोली-राज जल्दी करो...अब रहा नहीं जा रहा...चोदो मुझे...मैने मामी की चूत में लन्ड लगाया और जोर से धक्का लगाया तो मामी की चीख निकल गयी और बोली धीरे करो...मै मामी के गोरे गोरे बूब्स चूसने लगा...मामी मेरी बांहों मे सिमटी जा रही थी और प्यार से मेरे शरीर पे हाथ फ़ेर रही थी...कह रही थी- ओह राज ! मजा आ रहा है...ऐसे ही करो! करते रहो! पूरा अन्दर डालो- फ़ाड़ दो मेरी चूत आह! करो- जोर से करो- करते रहो...कुछ देर बाद मैने मामी से कहा...कि मै झड़ने वाला हूं...तो उन्होंने कहा...की लन्ड चूत से निकाल कर मेरे मुंह मे दे दो...मैने लन्ड उनके मुंह मे डाल दिया...वो मेरा लन्ड चूसने लगी और मेरा पानी भी मुंह मे ले लिया...उस रात मैने मामी को तीन बार चोदा और पूरी रात हम नंगे ही लेटे रहे...कभी वो मेरे लन्द से खेलती तो कभी मै उनकी चूत और बूब्स से...उसके बाद करीब दो साल तक मै मामी को रोजाना चोदता रहा...अब वो मेरे घर नहीं रहती हैं...लेकिन मै उनके साथ बिताये खूबसूरत पलों को याद करके उन्हें आज भी याद कर लेता हूं...

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